Friday, 30 November 2018

असहाय लोगो को गर्म कपड़े दे, ग्रामीण युवा दे रहे सेवाभावी संदेश, अभी सृजन ने की पहल

*उतई न्यूज़*:-उतई नगर में *सृजन युवा संगठन के सदस्यों द्वारा* हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी, बढ़ते ठण्ड को देखते हुए दशहरा मैदान में *गरीबो असहायों को खाना खिलाकर उन्हें कंबल साल व् साड़ी तथा पैंट शर्ट के कपडे का वितरण किया गया* जिसमें भारी संख्या में बुजुर्ग महिला व् पुरुष शामिल हुए।
*इस कार्यक्रम में विशेष रूप से सृजन युवा संगठन* के अनिल वर्मा, सुमन्त कुमार, टिकेंद्र साहू, विनोद सोनी, कमल मानिक, योगेश, गौकरण, दिनेश साहू, ईश्वर साहू, डॉ संतोष कवर, डॉ ताराचंद, कु पूनम, कु ममता बेहरा, पुराणिक, कीर्ति वर्मा, जितेश कुमार, छत्रपाल साहू, कुंदन देवांगन, ऋषि साहू, योगेश कुमार, लोकेश कुमार, लारेंद्र चंद्राकर, देवेंद्र कुमार, चंद्रकांत साहू, चित्रेश साहू, गांव के वरिष्ठ पंडित श्री उमाशंकर अवस्थी जी, सतीश पारख जी,किशोर साहू, गुलशन शर्मा, कु स्वाति विश्वकर्मा, दिलीप पटेल तथा अन्य लोग उपस्थित थे!!!!!

Monday, 26 November 2018

अधिक वजन के बस्ते से मिलेगी मुक्ति,,, सरकार ने निर्धारित किया कक्षावार वजन

अब पढाई नहीं बनेगी बच्चों की बोझ: 1.5 किलो से ज्यादा नहीं होगा क्लास 1 और 2 का बैग, साथ ही नो होमवर्क



   

नई दिल्ली: मोदी सरकार ने बच्चों के कंधों से पढाई का बोझ कम करने के लिए बड़ा फैसला लिया है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) ने सभी स्कूलों को सर्कुलर जारी कर कहा है कि क्लास वन और टू के बच्चों को होमवर्क नहीं दिया जाए. साथ ही स्कूल बैग का वजन भी तय मानक डेढ़ किलो से अधिक नहीं होना चाहिए.



स्कूल बैग के वजन को लेकर नई गाइडलाइन जारी (Photo Credits: Wikimedia Commons)

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एमएचआरडी मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि कक्षा 1 और 2 के बच्चों को होमवर्क नहीं दिया जाए. इसके साथ ही बच्चों को केवल भाषा और गणित ही पढ़ाई जाएगी. इस गाइडलाइन के मुताबिक क्साल 1 और 2 में पढ़ने वाले वाले बच्चों के स्कूल बैग का वजन 1.5 किलो तय किया गया है.

एचआरडी ने अपने निर्देश में कहा है कि कक्षा 3 से कक्षा 5 तक के छात्रों को भाषा, पर्यावरण अध्ययन (EVS) और गणित एनसीआरटी के सिलेबस से पढाया जाए. वहीं कक्षा 3 से कक्षा 5 तक के छात्र-छात्राओं के स्कूल बैग का वजन 2 से 3 किलो तय किया गया है.



      कक्षा       बैग का वजन       सब्जेक्ट    क्लास 1 और 2 अधिकतम 1.5 किलो  भाषा और गणित    क्लास 3 से 5 2 से 3 किलो  भाषा, ईवीएस और गणित    क्लास 6 और 7 अधिकतम 4 किलो          -    क्लास 8 और 9 अधिकतम 4.5 किलो          -    क्लास 10 अधिकतम 5 किलो          -



इसके बाद क्लास 6 और कक्षा 7वीं में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के स्कूल बैग का वजन 4 किलो तय किया गया है. जबकि 8वी और 9वीं कक्षा के लिए स्कूल बैग का का वजन 4.5 किलो होगा. इसके बाद 10वीं कक्षा के लिए स्कूल बैग का वजन केवल 5 किलो तय किया गय है. इसके साथ ये भी निर्देश दिए गए हैं कि बच्चे किसी भी तरह का भारी सामान स्कूल बैग में न लाएं.

भारी बैग से कमर की हड्डी टेढ़ी हो सकती है-

बता दें कि बच्चों की हड्डियां 18 साल की उम्र तक नरम होती हैं. इस उम्र में वजनी बैग उठाने के कारण कमर, गर्दन और कंधों से जुड़ी समस्याएं होने लगती है. हाल ही में भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (एसोचैम) ने देश के कई महानगरों के दो हजार बच्चों पर सर्वे करवाया था. इस रिपोर्ट के अनुसार 5 से 12 वर्ष आयु वर्ग के 82 फीसदी बच्चे बहुत भारी स्कूल बैग ढोते हैं. वहीं दस साल से कम उम्र के लगभग 58 फीसदी बच्चे कमर दर्द

Sunday, 18 November 2018

दुर्ग जिले का हाल,, ताम्रध्वज, प्रेमप्रकाश, भूपेश, रुद्र गुरु, अरूण जैसे कईयो दिग्गजो का फैसला होगा d

Title:

Date: 18 Nov 2018

Note:
रोशन सिंह बम्भोले दैनिक भास्कर पत्रकार उतई की रिपोर्ट-  पार्ट 2 ! क्षेत्र में बहुसंख्यक 27 प्रतिशत साहू मतदाता तथा 22 प्रतिशत कुर्मी मतदाताओं के बाद 38 प्रतिशत अन्य जातियों के मतदाताओं की भूमिका बेहद ही महत्वपूर्ण हो गई है ! माना जा रहा है कि अन्य जातियों के मतदाताओं को जो अपने पक्ष में ज्यादा साधने में सफल होगा जीत का सेहरा उसी पत्याशी के सर बंधेगा !

युवा चुनौती से जूझ रहे प्रेमप्रकाश

भिलाई नगर सीट पर प्रदेश के कद्दावर मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय को कांग्रेस के युवा प्रत्याशी एवं महापौर देवेन्द्र यादव कड़ी चुनौती दे रहे है ! देवेन्द्र यादव परिवर्तन के नाम पर वोट मांग रहे है तो प्रेमप्रकाश पाण्डेय पिछले 5 सालों में किए गए विकास के अलावा अपने पुरे राजनीतिक कैरियर में शहर के विकास के लिए किए गए बड़े-बड़े कार्यों  के नाम पर मतदाताओं को आकर्षित करने का प्रयास  कर रहे है ! इस शहरी सीट पर उत्तर एवं दक्षिण भारतीय मतदाताओं के अलावा लगभग 30 प्रतिशत स्थानीय मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है ! यह संयोग ही है कि पहली बार इस सीट पर भाजपा एवं कांग्रेस के प्रत्याशी उत्तर भारतीय हैं !

दुर्ग ग्रामीण में ताम्रध्वज को कड़ी चुनौती

दुर्ग ग्रामीण सीट भी इस बार सांसद ताम्रध्वज साहू के मैदान में उतरने से हाईप्रोफाइल सीट बन गई है ! यहां कांग्रेस ने अंतिम क्षणों में प्रतिमा चंद्राकर की टिकट काटकर ताम्रध्वज साहू को प्रत्याशी बनाया ! जिसके चलते उन्हें अपनी ही पार्टी के भीतर से विरोध का सामना करना पड़ रहा है ! नाराज प्रतिमा चंद्राकर अब तक प्रचार में नहीं निकली है ! प्रतिमा की टिकट कटने से कुर्मी समाज में भी नाराजगी की खबर है ! इसके बावजूद ताम्रध्वज साहू भाजपा प्रत्याशी जागेश्वर साहू को कड़ी टक्कर देते आ रहे है ! भले ही भाजपा की ओर से जागेश्वर साहू प्रत्याशी है किन्तु यहा�दिग्गजो

Saturday, 17 November 2018

दुर्ग ग्रामीण मे कांग्रेस, भाजपा मे संघर्ष, तो शहर मे प्रताप की तगड़ी, पाटन मे भूपेश हीरो

अभी तक कि रिपोर्ट, रोशन सिंह बम्भोले दैनिक भास्कर पत्रकार की कलम से, दुर्ग ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र में अभी तक जनता खामोश नजर आ रही है परिणाम कुछ भी आ सकता है।कोई भी प्रत्याशी ये नही कह सकता कि जीत मेरी होगी।हालांकि प्रचार का अंतिम दिन रविवार शाम 5 बजे तक है लेकिन कोई पार्टी अभी तक मतदाताओ को रिझा नही पाई।माना कि प्रचार प्रसार मे दुर्ग ग्रामीण में छजका के प्रत्याशी डॉ बालमुकुंद देवांगन सबसे आगे है मगर अंतिम पड़ाव में थका नजर आ रहा है।और दोनों राष्ट्रीय पार्टी भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी अंतिम समय तक पुर जोर ताकत लगाने में कोई कसर नही छोड़ेगी।प्राप्त जानकारी के अनुसार यदि साहू वोट कांग्रेस और भाजपा में बट जाती है तो परिणाम सोच के विपरीत भी आ सकती है।इस पर सभी प्रत्याशी को विचार और मंथन करना होगा।बहरहाल अब मतदाताओ का मत बताएगा कि विजय श्री का ताज किसे पहनाएगी।

Thursday, 15 November 2018

दुर्ग ग्रामीण की दोनो महिला पूर्व विधायको के आँसुओ को नहीं रोक पायी दोनो राष्ट्रीय पार्टिया, रमशीला के बाद प्रतिमा के भी छलके

रमशिला साहू के बाद कांग्रेस की पूर्व विधायक  प्रतिमा चंद्राकर भी रो पड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने  अपने आँसुओ की धार नही रोक पायी, इससेै पहले  भाजपा सरकार मे मंत्री रमशिला साहू ने टिकट काटने के कारण अपने आँसुओ को नहीं रोक पाई थी,, ठीक उसी प्रकार कांग्रेस के पूर्वो विधायक प्रतिमा चंद्राकर की स्थिति हो गया है,,,  इस तरह महिलाओ का दर्द का कोई अहसास नही होना काफी चिंता की बात है जिससे  पार्टी के महिला सम्मान की बात की कोरि सच्चाई सामने आती है                                                                                                   कांग्रेस अवम् भाजपा के ये महिला   के क्षेत्र दुर्ग ग्रमिण  से ही पड़ता है  और दोनो एक ही महीने मे रो डाली,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, राजनीति  कैसि कैसी

Wednesday, 14 November 2018

दुर्ग ग्रामीण की दोनो महिला पूर्व विधायको की आँसू रोक नही पाई उनकी पार्टिया,, रमशीला के बाद प्रतिमा के भी छलके आंसू

रमशिला साहू के बाद कांग्रेस की पूर्व विधायक  प्रतिमा चंद्राकर भी रो पड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने  अपने आँसुओ की धार नही रोक पायी, इससेै पहले  भाजपा सरकार मे मंत्री रमशिला साहू ने टिकट काटने के कारण अपने आँसुओ को नहीं रोक पाई थी,, ठीक उसी प्रकार कांग्रेस के पूर्वो विधायक प्रतिमा चंद्राकर की स्थिति हो गया है,,,  इस तरह महिलाओ का दर्द का कोई अहसास नही होना काफी चिंता की बात है जिससे  पार्टी के महिला सम्मान की बात की कोरि सच्चाई सामने आती है                                                                                                   कांग्रेस अवम् भाजपा के ये महिला   के क्षेत्र दुर्ग ग्रमिण  से ही पड़ता है  और दोनो एक ही महीने मे रो डाली,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, राजनीति  कैसि कैसी

Monday, 12 November 2018

दुर्ग जिले मे भाजपा की बुरी स्थिति, 4 सीट मे कांग्रेस हावी, झोंकी ताकत्, स्टार प्रचारक भी यही

दुर्ग जिले  मे भाजपा  की स्थिति  अच्छी नही, लगभग 6 सीट मे 4 सीट यानि दुर्ग ग्रमिंण,  पाटन, दुर्ग शहर, वैशाली नगर   की सीट कांग्रेस के पास जाती दिख् रही है, इसलिए भाजपा यहाँ  स्टार प्रचारको समेट पूरी ताकत लगा रही है जिससे भाजपा की सीट बड़ सके,  फिल्हाल  कांग्रेस से खुदप्रदेश अध्यक्ष  व कांग्रेस के एकमात्र सांसद ताम्रध्वज् साहू की सीट कांग्रेस जीता मान कर चल रही है,, वही दुर्ग शहर से जोगी कांग्रेस ने पूरी गणित बिगाड़ कर रखी है



Sunday, 11 November 2018

दिवाली मे शराबियो ने किया शराब की दुकानें बंद,, पूर्ति नही कर सका आबकारी, रिकार्ड से बड़कर

दिवाली मे शराबियो की चांदी रही ,जिसके पूर्ति भी आबकारी विभाग नही कर सका जिसके चलते अधिकांश शराब की दुकान मातर यानि दिवाली के अंतिम दिन बंद करनी पड़ी जो अभी भी शराब दुकान बंद पड़ी है  ,, वही अवैध शराब वालो की कमाई का जरिया  बखूबी चलता रहा ,, ,अकेले दुर्ग जिले मे 3 हजार करोड के शराब की बिक्री आबकारी विभाग ने श दिवाली की है जो अब तक का सबसे ज्यादा  रिकार्ड बिक्री रहा है, , कई जगह तो  मार पीत भी नजर आये तो कई जगह लंबी लंबी लाइन लगी रही, ,,  ,

Saturday, 10 November 2018

क्या सांसद ताम्रध्वज् साहू होंगे, मुख्यमंत्री, चर्चाओ का बाजार गर्म।।। सांसद का आया बयान

दुर्ग ग्रमिण विधानसभा मे ये चर्चा आम हो गई है की ताम्रध्वज् साहू को आखिर क्यो चुनाव लड़ना पडा  क्योंकि प्रतिमा चंद्राकर भी दुर्ग ग्रमिंण की सीट को निकाल सकती थी, उसके बाद भी एकमात्र सांसद को टिकट देंना ये चर्चा का विषय बना हुआ खुद उनके कार्यकर्ता ये कहते नही थकते   ।।  लेकिन जब pawan news 24 ने पूछा  यही सवाल पूछा  तो उनका जवाब  आया   _____________________  ______  पार्टी के आदेश पर चुनाव लड़ रहा हु मै मुख्यमंत्री का प्रत्याशी नही हु -  ताम्रध्वज् साहू

Friday, 9 November 2018

पाटन - भूपेश निकले आगे, मोती को समाज के जादुई समर्थन की उम्मीद,,, जोगी कांग्रेस नही दे रही टक्कर,

पाटन मे भूपेश बघेल ने अपने क्षेत्र मे काफी आगे निकल गए है जबकि भाजपा के मोतीलाल अभी भी समाज की जादुई समर्थन की उम्मीद लगाई बैठे है,,, व तीसरा धारा याने जोगी की पार्टी प्रत्याशी शकुंतला साहू   का प्रचार की गति देखकर लगा की वे पाटन की चुनावी रण से दूर हो चुकी है,,, आखिर ये कहा जा सकता है की पाटन मे कांग्रेस की  राह आसान बनता दिख् रहा है जबकि भाजपा यहाँ अपनी पकड़ कमजोर  कर  रही है,,    भूपेश बघेल अपने क्षेत्र मे आपने समर्थको के भरोसे एक बार फिर अपनी जीत के प्रति आश्वस्त नजर आ रहे है

Thursday, 8 November 2018

दुर्ग ग्रामीण से दो बालमुकुंद देवांगन, दो जागेश्वर साहू, कांग्रेस को फायदा, पर भी निपटाने के लिये कईयो

 दुर्ग ग्रामिण विधानसभा की तस्वीर साफ होते ही एक दूसरे को निपटाने के लिए कई हथकंडे अपनाये गए , , जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी बालमुकुंद देवागन, को निपटाने दुसरे बालमुकुंद का सहारा लिया ज रहा है जबकि भाजपा के जागेश्वर साहू को निपटने के लिये एक अन्य जगेस्वर साहू का सहारा ली ज रही है    कांग्रेस प्रत्याशी इस मामले मे बचा लि है क्योंकि टिकट अंतिम समय मे बदल कर सिर्फ सांसद को टिकट दिया गया,   जिसे कांग्रेस अपने को मजबूत मान कर चल रह है

Thursday, 1 November 2018

आखिर साहू समाज पर पड़ी नजर, वोट नही देने की चुनोती से मिला फायदा,, तुलसी साहू होंगी, वैशाली नगर प्रत्याशी

आखिर कांग्रेस की नजर, साहू समाज पर पड़ी अपने को नुकसान होता देख  तुलसी साहू को वैशाली नगर से टिकट दिया गया, इससेे पहले साहू समाज ने खुली  चुनोती दि थी जिसे लेकर कांग्रेस की आंद्रुनी राजनीति मे भूचाल  की स्थिति थी लेकिन  चर्चा ये हो रही थि की वोट कांग्रेस को नही देणा है जिसे कांग्रेस ने  गंभीरता से लिया व फायदा ,तुलसी साहू के रूप मे मिलीं

कहीं कर्मचारी समझ के तो नही वार्निग दे रहे हो, ओ पी साहब ये जनता ...........

 कलेक्टरि छोड़ राजनीतिक मे आये  ओ  पी चौधरी  की बात करे तो अपने राजनीतिक शुरुवात मे वही दिखा है अपने चुनावी सभा मे जनता को कर्मचारी  समाझ चमकाने से नहीं डर रहे है,,     ये जनता है साहब  सब जानते है क्योंकि  जनता के आशीर्वाद से ही आपको  आगे जाना है, , न की कर्मचारियो के आदेश से ,,  ,,,, ,   ,, ,, ये नजर  खरसीया सीट से भाजपा से उम्मीदवार ओ  पी  के लिए है जो सीधे  राजनीति मे आये है ,, ,लेकिन ज़बाँ का राजनीतिक होने मे  time लगेगा,    क्योंकि अभी ज्यादा समय नही हुआ है राजनीति मे ,, अभी लोहा को मार पड़कर ढलना बाकी है