*जिला मंत्री से
दुर्व्यवहार , सहायक विकास अधिकारी को पड़ा भारी ,निपटे*। पाटन -29 दिसम्बर को गुरूघासीदास बाबा जी की जयंती कार्यक्रम में ग्राम ढौर में मुख्यातिथि के रूप में भाजपा जिला मन्त्री दिलीप कुर्रे जी। ढौर पहुँचे उनके साथ जनपद सदस्य श्रीमती चन्द्रावती कुर्रे भी विशेष अतिथि के रूप पहुँची थी। कार्यक्रम के कुछ देर पहले गाँवो के लोगो ने अपनी कुछ परेशानियों को जिला मन्त्री दिलीप कुर्रे एवम् जनपद सदस्य के सामने रखा। जिसके बाद दोनों अतिथियों ने गम्भीरता से सुनने के बाद दूर करने की लोगो को आश्वत भी किया। इसके बाद प्रधानमन्त्री आवास योजना के तहत स्वीकृत हितग्राहियो ने अपने अपने बात एक एक करके रखा। जिसके तहत ग्राम ढौर में सात हितग्राहियो के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना स्वीकृति होने बाद पहला क़िस्त की राशि भी गया है। जिससे सभी के सभी सात हितग्राहियो ने अपने मकान प्रिंट लेबल से लेकर छत ढलाई का काम पूरा कर लिया है। इसके बाद भी उन सभी को अभी तक ना ही सेकंड क़िस्त की राशि मिली है। और ना ही थर्ड क़िस्त की राशि मिल पाया। जिससे गम्भीरता से लेते हुए। जिला मन्त्री दिलीप कुर्रे ने विभाग के सम्बंधित विकास अधिकारी सन्ध्या सिंह को फोन लगाया फोन उठाते ही सन्ध्या सिंह ने जिला मन्त्री का नाम पूछा तो उन्होंने अपना नाम भी बताया उसके बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के पहला क़िस्त की राशि मिलने के बाद बाकि किस्तो की राशि अभी तक क्यों नही मिल पाया मेडम जी उनसे दिलीप कुर्रे ने पूछा तो सन्ध्या सिंह ने जिला मंत्री दिलीप कुर्रे से दुर्व्यवहार करते हुए अनाधिकृत बात कर दी ।जिससे जिला मंत्री ने प्रभारी मंत्री राजेश मूणत को दूरभाष से जानकारी दी जिस पर मंत्री ने गंभीरता से लेते हिये जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सीइओ को फोन से आदेश कर उक्त अधिकारियों को माफी मांगने एवम अन्यंत्र जगह भेजने की सिफारिश की गई। जिस पर जनपद के अधिकारियों द्वारा आज कारवाही किया जाएगा । चाहिए। बाद में दिलीप कुर्रे ने जनपद पंचायत के सीईओ जे सी राजपूत, फिर जिला पंचायत के सीईओ के ओर से कार्यवाही का भरोसा दिलाया गया। '''---------- जनता के समस्याओ को सर्वोच्च प्राथमिकता -दिलीप कुर्रे , पत्रकारों से चर्चा के दौरान जिला मंत्री दिलीप कुर्रे ने उक्त मामले पर कहा कि जनता के समस्याओ के लिए ही जनप्रतिनिधि बनाये जाते है और वही जनप्रतिनिधि से अधिकारी बात नही करते और दुर्व्यहार करते है जो कि चिंता का विषय है ,इस तरह की अधिकारी छत्तीसगढ़ में सेवा नही करना चाहिए , कहते हुए जनता की समस्याओं को हमेशा महत्व देने की बात कही
दुर्व्यवहार , सहायक विकास अधिकारी को पड़ा भारी ,निपटे*। पाटन -29 दिसम्बर को गुरूघासीदास बाबा जी की जयंती कार्यक्रम में ग्राम ढौर में मुख्यातिथि के रूप में भाजपा जिला मन्त्री दिलीप कुर्रे जी। ढौर पहुँचे उनके साथ जनपद सदस्य श्रीमती चन्द्रावती कुर्रे भी विशेष अतिथि के रूप पहुँची थी। कार्यक्रम के कुछ देर पहले गाँवो के लोगो ने अपनी कुछ परेशानियों को जिला मन्त्री दिलीप कुर्रे एवम् जनपद सदस्य के सामने रखा। जिसके बाद दोनों अतिथियों ने गम्भीरता से सुनने के बाद दूर करने की लोगो को आश्वत भी किया। इसके बाद प्रधानमन्त्री आवास योजना के तहत स्वीकृत हितग्राहियो ने अपने अपने बात एक एक करके रखा। जिसके तहत ग्राम ढौर में सात हितग्राहियो के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना स्वीकृति होने बाद पहला क़िस्त की राशि भी गया है। जिससे सभी के सभी सात हितग्राहियो ने अपने मकान प्रिंट लेबल से लेकर छत ढलाई का काम पूरा कर लिया है। इसके बाद भी उन सभी को अभी तक ना ही सेकंड क़िस्त की राशि मिली है। और ना ही थर्ड क़िस्त की राशि मिल पाया। जिससे गम्भीरता से लेते हुए। जिला मन्त्री दिलीप कुर्रे ने विभाग के सम्बंधित विकास अधिकारी सन्ध्या सिंह को फोन लगाया फोन उठाते ही सन्ध्या सिंह ने जिला मन्त्री का नाम पूछा तो उन्होंने अपना नाम भी बताया उसके बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के पहला क़िस्त की राशि मिलने के बाद बाकि किस्तो की राशि अभी तक क्यों नही मिल पाया मेडम जी उनसे दिलीप कुर्रे ने पूछा तो सन्ध्या सिंह ने जिला मंत्री दिलीप कुर्रे से दुर्व्यवहार करते हुए अनाधिकृत बात कर दी ।जिससे जिला मंत्री ने प्रभारी मंत्री राजेश मूणत को दूरभाष से जानकारी दी जिस पर मंत्री ने गंभीरता से लेते हिये जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सीइओ को फोन से आदेश कर उक्त अधिकारियों को माफी मांगने एवम अन्यंत्र जगह भेजने की सिफारिश की गई। जिस पर जनपद के अधिकारियों द्वारा आज कारवाही किया जाएगा । चाहिए। बाद में दिलीप कुर्रे ने जनपद पंचायत के सीईओ जे सी राजपूत, फिर जिला पंचायत के सीईओ के ओर से कार्यवाही का भरोसा दिलाया गया। '''---------- जनता के समस्याओ को सर्वोच्च प्राथमिकता -दिलीप कुर्रे , पत्रकारों से चर्चा के दौरान जिला मंत्री दिलीप कुर्रे ने उक्त मामले पर कहा कि जनता के समस्याओ के लिए ही जनप्रतिनिधि बनाये जाते है और वही जनप्रतिनिधि से अधिकारी बात नही करते और दुर्व्यहार करते है जो कि चिंता का विषय है ,इस तरह की अधिकारी छत्तीसगढ़ में सेवा नही करना चाहिए , कहते हुए जनता की समस्याओं को हमेशा महत्व देने की बात कही








