Friday, 24 November 2017

शिक्षाकर्मी और सरकार के बिच पिसते बच्चे,मंत्रियो के भी बोलती बंद

शिक्षाकर्मी की संविलियन जैसे मांग ,सरकार के गले की फ़ांस-- सरकार के नोटिस और बरखस्ति के बाद भी शिक्षाकर्मियो के आत्मविश्वास को नहीं हिला पायी सरकार ,आंदोलन आज भी जारी है । इन शिक्षाकर्मियो और सरकार के बिच नुकसान है तो सिर्फ उन बच्चों का जिन्हें सिर्फ शिक्षा से मतलब है ।कई स्कूलो के ताले भी नहीं खुल रहे है और स्कूलो के सिर्फ खाना खाने का काम ही रह गया है ।।                                    🔦🔦सरकार ने तय किये फिर से कमेटी-----सरकार ने फिर से एक कमेटी का गठन कर दिया जो प्रमुख सचिव ऍम के राउत के अध्यक्षता में काम करेगी ।अब सरकार अपना काम राउत से ही सुलझना चाहती है । ------मुझसे नहीं कमेटी से पूछे अपना काम ---अजय चंद्राकर( मंत्री छ ग शासन)---पत्रकारो द्वारा पूछने पर अजय चंद्रकर ने सीधे ऍम के राउत के ओर इशारा करते कुछ कहने से इनकार कर दिया ।।।                        
स्कूली बच्चों में छुट्टी जैसे माहौल ---पढाई का तनाव आभी पूरी तरह से नहीं है और कई बच्चे तो स्कूलो की ओर देखना नहीं चाह । रहे है ।। इस आंदोलन को इतना समझना चाहिए की सिर्फ सिर्फ बच्चों का ही नुक्सान होना है बाकी तो सरकार और शिक्षा कर्मियो की लड़ाई तो बरसो से देखा जा रहा है । सरकार अब सीधे कार्यवाही के लिए लिख चुकी है और कई शिक्षक नेताओ को सीधे बरखस्तकी करने तैयार नजर आ रही है ।

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